नंदिनी टाइम्स

नशा मुक्ति केंद्रों द्वारा नशे का महंगा इलाज


देहरादून राजधानी की गली कूचे में खुले नशा मुक्ति केंद्र की संख्या लगभग 35 से 40 है


जिसमें की नशे के आदि लोगों के परिवार इलाज कराने आते हैं


परंतु इन केंद्रों को चलाने वाले लोग इस एवज में लगभग 50000 से 60000 तक की रकम वसूलते हैं इसके उपरांत


उनका इलाज प्रारंभ करते हैं इन केंद्रों में आए नशे के आदि लोग 50% स्नेक के व 30% शराब के और 20 प्रतिशत नशे की गोली  होते हैं नशे का कारोबार लगभग मलिन बस्तियों में व स्लम एरिया में होता है


जिसमें की स्थानीय पुलिस की मुख्य भूमिका होती है इसका सबसे घातक असर छोटे-छोटे बच्चों का पड़ता है वह स्कूल न जाकर नशे गिरफ्त में चले जाते हैं इन केंद्रों पर सरकार की कोई गाइडलाइन नहीं है जिसका यह भरपूर फायदा उठाते हैं


पूर्व में रुड़की क्षेत्र में जहरीली शराब पीकर 12 लोगों की मौत हो गई थी इस घटना को देखते हुए इस कारोबार को करने वालों में कुछ प्रतिशत कमी आई है